7 मई 2020 से 20 जून 2020 तक पाँच लेखिकाओं और बीस कडियों के उपन्यास देह की दहलीज पर का सफर समाप्त हुआ।
बीस कड़ियों में रिश्तों की कशमकश का यह अंजाम आपको कैसा लगा अपनी प्रतिक्रियाओं से जरूर अवगत करवाएं। आप मुझे प्रायवेट मैसेज में अपनी भावनाएँ और उपन्यास की पाठकीय प्रतिक्रिया और समीक्षा भी लिख कर भेज सकते हैं। जिन पाठकों ने शुरू से अंत तक इस सफर में हमारा साथ निभाया उनके ह्रदय से आभारी हैं। जो बीच में से जुड़े या बीच में किसी कारण वश छूट गये वे समय निकाल कर इसे पूरा पढ़ेंगे तो अच्छा लगेगा ।दहलीज टीम को आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा। हमें इतना स्नेह देने के लिए हार्दिक धन्यवाद।