भूलूंगी ना मै तुम्हे
तुम मुझे ना भूलना
आंखों का सपना बनके जीवनभर मिलना
शायद आज के बाद हम मिल नहीं पाएंगे
कदम मिलाकर साथ अब चल नहीं पाएंगे
मेरा जानकर तुम रखना खयाल अपना
आंखभर आए कभी तो सीने पे हाथ रखना
औरोंकी तर्हां हमको नहीं लैला मजनू बनाना
मै बेटे को तेरा नाम दूं तुम बेटी का रखना
यादों को समेटकर रखा है सीने मे ये सोचकर
मिल जाए अगर कभी जीवनके किसी मोड़पर
इंतजार होगा मेरी आँखोंमे पर तुम राह न तकना
Sagar...✍️