# आज की प्रतियोगिता "
# विषय _ रोमांचक "
# कविता ***
रोमांचक नजारा ,दिल लुट लेता ।
रोमांचक दृश्य ,दिल को गद् गद् करता ।।
रोमांचक नजारा ,अंखियाँ यों को बहुत भाता ।
रोमांचक दृश्य ,दिल में प्रेम ,अरमान जगाता ।।
रिमझिम बारिश गिरना ,रोमांचक लगता ।
बर्फ का गिरना ,रोमांचक लगता ।
कजरारी आँखों का नजारा ,रोमांचक लगता ।।
पहाड़ो पर चढ़ना ,बहुत कौतूहल जगाता ।
जीवन रोमांचक का ,ही खैल है यारों ।
कोई जीत कर ,दिलबर बन जाता ।।
कोई बिछड़ कर ,आँसू दे जाता ।
एक दिन ये सुनहरी यादें ,लेकर चल देना पड़ता ।।
हिमंतवाला ही रोमांचक ,कारनामें दिखाता ।
कहता बृजेश वही ,सबकी आँखों का तारा लगता ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।