प्रिय निद्राजी
कितने दिनोसे आपसमे टकरावकी वजहसे हमारे रिश्तेमें कुछ कड़वाहट सी आ गई है l अगर कहूंगा की आप बहुत गुमानी है तो फिर रूठ जाओगी l हमें साथ मिलकर कुछ हल तो ढूंढना होगा l मेरे दर्दकी व्यथाको समझो और आ जाओ l रातको आपका इंतज़ार रहेगा !
निराश मत करना l
आपका निद्रालु
#निद्रालु