कैसे बताऊं तुजे, मेरे अकेलेपन की दशा (२)
तेरे जाने के बाद जैसे में खुद से दूर चला गया हु
कितनी खामोशी भरी है जिंदगी मेरी
जैसे में मेरे आत्मा के बीना जी रहा हु
कैसे बताऊं तुझे, मेरे अकेलेपन की दशा (२)
तेरे दूर हो जाने से जैसे मेरी जिंदगी रुक सी है
मेरी जिंदगी जैसे मुज से रूठ सी गई है
ना जाने क्यूं आज ये दूरी मुजसे मेरी जिंदगी माग रही हैं।
अगर चाहती हो तुम में जिंदा रहु तेरे लिए
आकर बस जा मेरे में और मुजे फिर से जिंदा कर दे।
Written by Rj Pravin