सृष्टि सृजन करना था मुझको
पर क्यों मुझको मौत दिया
जानवर कहते हैं उसको
जो बर्बरता करता है
पर तुम तो मानव होकर
दानव सा क्यूं काम किया
सृष्टि सृजन करना था मुझको
पर मुझको क्यूं मौत दिया
मैं तो जानवर ही थी
बस भूख हीं जानूं मैं
गांव और जंगल का में
क्या फर्क ना जानूं मैं
इस भूखी मां को
बदले में क्यूं मौत दिया