कैसे कहूँ, मुझे तुझसे प्यार नहीं
तेरा अपने में खोना,
किसी से कुछ न कहना
बस चुप सा रहना
मुझे ये स्वीकार नहीं
हाँ ,मुझे तुझसे प्यार नहीं
तेरा मुझे,सिर्फ काम से याद करना
कभी बात न करना
न सुनना, न सुनाना
कभी हंसकर न बोलना
दो मीठे बोल
मेरी किसी बात से
तुझे कोई सरोकार नहीं
हाँ, मुझे तुझसे प्यार नहीं
प्यार की ऊष्मा को
एक दूजे तक पहुंचाना पड़ता है
है मुझे तुझसे प्यार बहुत
ये जतलाना पड़ता है
कभी जो मैं रूठ जाऊँ
तो मनाना पड़ता है
कभी कोई फूल
या कोई तोहफा
प्यार का लाना पड़ता है
मुझे इन बातों से ही है प्यार
पर तुझे है इंकार
तेरे लिए इन बातों का
जीवन में स्थान नहीं
हाँ , मुझे भी तुझसे प्यार नहीं💐💐💐