में महोब्बत का घोंसला बनाकर साथ रहेना चाहता था,
लेकीन वो गेरो के घोंसले मे अपना बनाकर रह रहि थी,
मे उनके साथ आसीयाना बनाने नीकला था,
लेकीन वो गेरो के साथ आसीयाना बसा चुकी थी,
मे उनके साथ आसमान मे उड़ना चाहता था,
लेकिन वो गेरो के साथ आसमान की उड़ान भर चुकी थी,
मे उनके सपनो में खोया रहना चाहता था,
लेकीन वो गेरो के सपनों मे खोयी रहती थी,
में महोब्बत का घोंसला बनाकर साथ रहेना चाहता था,
लेकीन वो गेरो के घोंसले मे अपना बनाकर रह रहि थी,