Hindi Quote in Blog by Yayawargi (Divangi Joshi)

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कभी बनती रानी थी कभी मे राजकुमारी थी, आलीशान मेहलो मैं बुनती अपनी एक कहानी थी,

#mysore पोहचे लगभग 10 बजे के आसपास , अड्रेस निकाला तो शाह कुवरजी जेठाजी भवन था गेस्ट रूम का , जेसे इस खुबसुरत शेहेर मे आगे बढ़े मिले हम को Mr. नागराज,


टुरिस्ट हि जहा आमदनी का स्त्रोत हो वहा सभी गाइड ओर अजेन्ट बस के बहार कदम रखते हि जपटा ले लेते है, सर कहा जाना है? मेडम इतने प्लेस दिखायेगे ?इतना भाडा होगा, यहा पास मे ही गेस्ट रूम है अगर रुकना हो तो.... वगेरा वगेरा...

एसे हि इन सब मे मिले हमे नागराज जी अब हमारी आपस कि बातो से हि जान लिया के या तो हम गुजराती है या मराठी तब पता चला के गुजराति ओर मराठी अजनबीओ को एक जेसी सुनाइ पड्ती है आपको क्या लगता है कम्मेट कर के जरूर बताइये,


अंत नागराज जी बडे चाव से लेगे गये हमे अपनी ओफ़िस, 4 डे 3 नाइट का पेकेज दिखाया जिस्मे मैसुर, उटी, कुनुर मे प्लेस विसिट ओर स्टे आता था,

अब बारी थी पापा के अप्रतिन हून्नर दिखा ने कि मेरे पापा जेसा बार्गेनिग किंग कोइ नही पुरा पेकेज पापा ने लगभग आधे भाव के अंदर मनवा लिया ओर कहा एक बार थोडा बहार आस-पास घूम ले बाद मे डिल फ़ाइनक करते है ओर हम निकल पडे अपने वो किताब वाले गेस्ट रूम कि तलाश मे लोकेशन देने पर भी जो खोज ना बोहित मुश्केल मालुम हुआ,

केबवाले बे आसपास के लोगो को पुछ-पुछ के पुरे इन्ड्स्टीयल एरिया के आगे एक सुमसान जगाह पे दिखा हमे किताब वाली जगाह,


अगर महेश भट्ट देखले तो कोइ भुतिया फ़िल्म बना दे वेसा, शान्त पर खोफ़नाक पुरानी हवेली जेसी...

हमे नागराज भाइ की डिल याद आइ ओर लोटे वापस उनके पास...

आज थोडा लेट थे ओर ज़ादा कुछ छूटा नही था कर दिया अब खुद को उन्के हवाले, गर्मी ओर भागदोडी कि वजह से थक तो गये थे ,

लेकिन गुजराती मे काका कालेलकर का एक प्रख्यात वाक्य है,


" प्रवास मतलब अगवड भोगववा नि बादशाही सगवड "
बस फ़िर
होटेल गए फ़्रेश हो कर घूमने लगे #mysoremehel

उसकि रोचक कहानी सुनाइ जो आप गुगल पे पढ़ सकते है, मेरी तो अपनी अलग ही फ़ेन्टसी चल रही थी ठिक है ! मेरा #बोलीवूड निकल रहा था,

सलिम कि अनारकली से लेके बाजिराउ कि मस्तानी तक का

फ़िर टिपु सुलतान, चर्च, मंदिर, मस्जिद ओर दो - तिन ओर फ़ेमस जगाह घूमे ओर अब बारी थी दिन के सबसे शानदार नजारे की वृन्दावन गार्डन की, कही दूर क्षितीज पे दिखते सूरज कि, मेसुर कि हसिन शाम कि....


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