#न्याय (इंसाफ) lyricst..Song
इश्क अगर सच्चा हो तो इंसाफ
खुद खुदा देता है..२
जिंदगी रहे ना रहे.. क्या फर्क पड़ता है
कुछ दर्द दिल में है इसलिए
जिंदा रहने का एहसास बना रहता है..
जिंदा रहने का एहसास बना रहता है..
इश्क तो अनमोल है, इश्क तो वफाई की
परछाई है इश्क तो दो दिलों के बीच में
दी गई त्याग,कर्तव्यनिष्ठा आत्मसमर्पण
की इक निशानि हैं..२
इश्क अगर सच्चा हो तो इंसाफ
खुद खुदा देता है..२
सोचा था चंद पल में गुजर जाएगे
जिंदगी यादों के बीच हम बस वही
सपनों को अपना बना कर बैठे हैं
हम हर पल खुश हैं वही
ख्वाब सजा के बैठे हैं..२
इश्क अगर सच्चा हो तो इंसाफ
खुद खुदा देता है..२
जिंदगी रहे ना रहे क्या फर्क पड़ता है
कुछ दर्द दिल में है इसलिए
जिंदा रहने का एहसास बना रहता है..
जिंदा रहने का एहसास बना रहता है..
सुनिलकुमार शाह