#न्याय
जोली भरी हुई फिर भी मन खाली
और जोली खाली फिर भी मन भरा हुआ
ऐसे न्याय को क्या नाम दे....
पैसे की रेलमछेल फिर भी दिल का गरीब
और ठन ठन पैसे फिर भी दिल का श्रीमंत
ऐसे न्याय को क्या नाम दे....
रोज मिठाई का भोग फिर भी ना दे सके
और सिर्फ एक रोटी मगर आधी दूसरे की
ऐसे न्याय को क्या नाम दे....
इसीलिए करो कर्म अच्छे तो पेट और मन दोनो भरा हुआ मिलेगा....