पैसा प्रकाश की तरह परावर्तन से ज़्यादा प्रखर होता है!
यदि एक सत्ता अपने वाशिंदों के बीच एक करोड़ स्वर्ण मोहर बांटना चाहे तो इसके दो तरीके हैं।
1. वो एक करोड़ लोगों को एक - एक मोहर दे दे।
2. वो सौ व्यवसायियों को एक- एक लाख मोहर देकर कहे कि इससे वे सौ व्यवसाय खड़े करें और उनमें सौ- सौ लोगों को रोज़गार देकर उनसे कुछ बनवाएं और उन्हें मजदूरी दें।
ये लोग जो कुछ बनाएं उसे बेच कर भविष्य में फ़िर पैसा उगाएं।
तात्पर्य ये है कि किसी को मछली परोसने से बेहतर है उसे मछली पकड़ना सिखाया जाए।