song :- Mirza Ghalib ki vo shyriya
written by :- YashVardhan (YK)
आशिकी है हद कर रही
दिल ओ को ये तहबा कर रही
मोत भी है घबरा गई
देखकर एसी आशिकी
आशिकी की दास्ता यही
डूबी है जवानी या कही
खत्म हुई कहानी या कही
फिर भी सदी यो से चलती आ रही
आशिको की ये आशिकी
रोके ये तो रुक ती नहीं
मोत से ये तो डर ती नहीं
आशिको की ये आशिकी
मिरज़ा ग़ालिब की वो शायरी या
हिमते सदा देती यहा
आशिको की इन दास्तानौ में
मिरज़ा ग़ालिब की वो शायरी या