#भुलाना हिन्दी.. Lyric
अब तो दिल की हर कशिश में
आप के ही अलफाश है
तुम्हें भुलाना मुमकिन नहीं..२
धड़कन भी यह शिकायत कर रही है की
सांसो पर भी अब तो आपका ही नाम है...
आपका ही नाम है...
उस चेहरे की सुंदरता संगेमरमरसी थी
मुर्जया हुआ ठीक नहीं लगता याद हर पल
आ रही है आईना भी शिकायत कर रहा है..
अब तो दिल की हर कशिश में
आप के ही अलफाश है
तुम्हें भुलाना मुमकिन नहीं..२
दिए गए कोई वादे पर अब एतराज नहीं
अब तो खुद से ही शिकायत होती है
मिलना मिलकर बिछड़ना रहता है पर..
जुदाई से बहुत डर लगता है...
अब तो दिल की हर कशिश में
आप के ही अलफाश है
तुम्हें भुलाना मुमकिन नहीं..२
धड़कन भी यह शिकायत कर रही है की
सांसो पर भी अब तो आपका ही नाम है...
आपका ही नाम है...
सुनिलकुमार शाह