आज की प्रतियोगिता ।
# विषय .# जन्म ।
# कविता **
मानव का जन्म मिला ,तू उसे सुधार लें ।
बार बार नहीं मिलेगा ,तू मन में उतार लें ।।
परोपकार के काम कर ,जीवन अपना संवार लें ।
नहीं तो पछतायेगा ,यह बात मेरी मान लें ।।
ऐशोआराम के लिए यह जीवन नही मिला ,यह बात तू जान लें ।
प्रभु भक्ति कर अपना जीवन ,तू महान बना लें ।।
जन्म मृत्यु के फंदे से ,अपने को बचा लें ।
देश हित ,जन हित यह शरीर को संवार लें ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,कश्यप ,अमदाबाद ,गुजरात ।