Hindi Quote in Religious by ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Religious quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

🚩श्री गणेशाय नम:🚩
📜 दैनिक पंचांग 📜
☀️ आज दिनांक ०७ अप्रैल दिन मंगलवार सन २०२० बजरंगबली हनुमान आपसे विनम्र निवेदन है सभी अपने भक्तों का कल्याण करें उद्धार करें नया में खड़े हैं सभी भक्तों उनको बेड़ा पार कराएं यह कोरोना जैसी बीमारी से मुक्ति दिलाएं ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों से बारंबार यही प्रार्थना एवं निवेदन करते हैं
☀ 07 - Apr - 2020
☀ Hapur, India
☀️ हापुड़ एवं समस्त भारतवासियों के लिए तैयार है आज का शुभ पंचांग मंगलवार
☀ पंचांग मंगलवार
🔅 तिथि चतुर्दशी 12:02:47
🔅 नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी 09:15:54
🔅 करण :
वणिज 12:02:47
विष्टि 22:04:34
🔅 पक्ष शुक्ल
🔅 योग घ्रुव 18:35:16
🔅 वार मंगलवार
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 06:01:40
🔅 चन्द्रोदय 17:56:59
🔅 चन्द्र राशि कन्या
🔅 सूर्यास्त 18:40:34
🔅 चन्द्रास्त चन्द्रास्त नहीं
🔅 ऋतु वसंत
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1942 शार्वरी
🔅 कलि सम्वत 5121
🔅 दिन काल 12:38:53
🔅 विक्रम सम्वत 2077
🔅 मास अमांत चैत्र
🔅 मास पूर्णिमांत चैत्र
☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित 11:55:49 - 12:46:25
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 08:33:27 - 09:24:03
🔅 कंटक 06:52:16 - 07:42:52
🔅 यमघण्ट 10:14:38 - 11:05:14
🔅 राहु काल 15:30:50 - 17:05:42
🔅 कुलिक 13:37:00 - 14:27:36
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 08:33:27 - 09:24:03
🔅 यमगण्ड 09:11:24 - 10:46:15
🔅 गुलिक काल 12:21:07 - 13:55:59
☀ दिशा शूल
🔅 दिशा शूल उत्तर
☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशीर्षा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तर फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढा, उत्तराषाढा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वभाद्रपदा, रेवती
☀ चन्द्रबल
🔅 मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन
☀️ पंचांग के अंत में बजरंगबली हनुमान जी श्री राम भक्त आपको ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है आज मंगलवार है

Hindi Religious by ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ : 111388072
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now