जब मन सरल हो और दिल बड़ा तो मेरा मानना है आप बड़े हैं और मन में यदि अहंकार , ईगो हो तो फिर आप बड़े ही नहीं । 🍓🍊🍎🍍 फलों से लदी हुयी डाली हमेशा विनम्रता से झुक जाती है, हममें तो बुद्धि फिर भी ज्यादा है, शिक्षित और समझदार इँसान को हमेशा विनम्र होना चाहिये वरना "बड़ा हुआ तो क्या हुआ .....जैसे पेड़ खजूर ...पंथी को छाया नहीं...फल लागे ..अति दूर" उक्ति आप पर ही चरितार्थ होती है । 💐 मानव जीवन के लिये इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है सीखने को. लेखक एक आदर्श शिक्षक भी होता है उसके अच्छे बुरे आचरण से बहुत से लोग सीखते हैं । 💐💐💐
©®शोभा शर्मा