#ભટકવું
मेरी ज़िंदगी में बस
एक किताब है, एक चराग़ है,
एक ख़्वाब है और तुम हो...
ये किताब और ख़्वाब के बीच जो मंज़िलें हैं
मैं चाहता हूं तुम्हारे साथ बिताऊं..
पर जानता हूं कि
चाहतों की कोई मंजिल नहीं होती।
इन्हें तो बीच सफ़र में ही
इधर-उधर #भटकना पड़ता है।