happy women's day
महिला
मुजे भी जीने दो औरो कि तरह
मन के पंख से उड़ने दो पंखी की तरह
गुलाम नही तुम्हरी तुम यही बात समजलो
तुम मुझे बाजार समझना छोड़ दो हैवानों की तरह
इज्जत करना शिखो वरना लगते हो अनपढ
डिग्रियां मानो सारि रद्दी ओर कचरे, कूड़े की तरह
मुजमे ताकत है और में दिखाके रहूंगी
मासूमियत छोड़ के घातक बन जाउंगी हथियारों की तरह
में तुम्हारे हुक्म की जंजीर थोड़ी हूं?
तुम्हारी गंदी सोच को बदल दो बेटियों की तरह
@रोहित जोशी