#Expression
#अभिव्यक्ति
अपने मनोभावों को व्यक्त करना ही अभिव्यक्ति है। यह बहु विध हो सकता है बोलने तथा लेखन के विविध तरीकों के अलावा किसी भी अन्य तरीके से हो सकता है। अपने देश में हमें "अभिव्यक्ति की आजादी" संविधान द्वारा प्रदत्त है। यानी हम अपने विचारों को प्रस्तुत करने को आजाद हैं। मतांतर हो सकते हैं विचारों में, ये सहज है कि किन्हीं दो के विचार एक से नहीं हो।
आजकल अभिव्यक्ति के बहुत प्लेटफार्म हो गये हैं, लोग खुल कर अपने विचार व्यक्त कर रहें हैं।
अपने विचारों के संप्रेषण में हमें ये ध्यान रखना चाहिए कि वह समाज और देश के विरुद्ध न हो। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुछ लोग अपना उल्लू सीधा करते हैं, समाज को अपनी स्वार्थी अभिव्यक्ति से गुमराह करते हैं।
शब्द ईश्वर होते हैं अतः उनका चुनाव बुद्धिमत्ता से कर ही खुद को अभिव्यक्त करना चाहिए।