सादगी
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दिल को भाने लगी ये तेरी सादगी।
दिल चुराने लगी ये तेरी सादगी।।
प्यारी बातें तेरी मेरा दिल ले गईं।
याद आने लगी ये तेरी सादगी।।
देख के रूप दिल भी दिवाना हुआ।
मुझ पे छाने लगी ये तेरी सादगी।।
चाँद भी देख कर तुझको हैरान हैं।
ज्यो जलाने लगी ये तेरी सादगी।।
अब तुम्हारी ये नाराजगी में उमा।
मुस्कुराने लगी ये तेरी सादगी।।
उमा वैष्णव
मौलिक और स्वरचित