न जाने कैसे मोड है जिंदगी के
जो सोचने को मजबूर कर देते है,
विचारों का सुरु होता है द्वंद मन मे और
फैसलों से पहलेही भावविभोर कर देते है ।
फैसला सही और गलत में हो तो
सही को चुन भी ले भला,
गर द्वंद दिल और दिमाग के बीच चले
तो सारे जहाँ को ये झंजोर देते है ।
©स्वप्नमयी