ये वो डोर है जो कस के बांधने से
बंध जाती है मगर उष्मा नहीं रहेती...
ये वो डोर है जो रेशम सी मुलायम
पकड़ रखने से संभल जाती है...
ये को डोर है जो प्यार से सहलाने से
रिश्ते मजबूत बना सकते है....
ये वो डोर है जो सभी को एक साथ
जुड़कर रखने में मदद करता है...
बस.....
ध्यान इतना ही रखना है कि गाठ भी
आए तो आसानी से छोड़ना भी आए..