कल्पना की उड़ान में
आकाश होता है।
हवाई सफर में हमसफ़र
आकाश होता है।
इंसान की समय से समय
चुराने की कोशिश।
हवाई सफर में फ्लाईट
डीले का अंश होता है।
न रुकता है,न तेज चलता है,
न धीमे चलता है,
ये वकत है।
इंसान की तरह अपनी
चाल चलगत
बदलता नहीं है।
अनिल भट्ट