*आप सभी से एक निवेदन*
*विवाह* के दिन शुरु होने वाले हैं,
     कई घरों में पुत्र-पुत्रियों के विवाह होने वाले हैं
    और निमंत्रण पत्र छपने वाले हैं।
     आप सभी से एक करबद्ध निवेदन है
 कि निमंत्रण पत्र में 
मेले चाचा की छादी मैं ज़लूल जलूल आना
जैसी पंक्ति के स्थान पर एक पंक्ति अवश्य छपवाएं :- 
"उतना ही लें थाली में ,
व्यर्थ न जाये नाली में "।
हमारे देश में बहुत से लोग भूखे ही सो जाते हैं ।
खाओ  मन  भर,
छोड़ो ना कण भर
✌✌✌✌
उचित लगे तो अवश्य प्रेषित करें??