एक दिन जब ढूँढने से भी नहीं मिलूंगा आसपास,
तब बहुत याद आऊँगा मैं!
उस दिन तुम झटक देना मेरा ख़याल
मेरी याद अपने दिल, दिमाग़ से
सोच लेना कभी था ही नहीं मैं!
सच कहूँ तो...
मैं वही खोया हुआ ख़याल हो जाना चाहता हूँ
याद रहा तो भटकना होगा फिर से मुझे..
तुम्हारी तलाश में..