अपाहिज़
आकाश आपने गांव से शहर जाने के लिए बस में चढ़ा तो उसने देखा कि बस में बहुत भीड़ थी। जैसे तैसे करके वो अपने रिज़र्वेशन की हुई सीट के पास पहुंचा। वहां पहले से कोई बुढ़े अंकल बैठे थे तो आकाश ने उनको उठाना मुनासिब नहीं समझा और बगलमें बैठे आदमी को उठा के वहां बैठ गया। बाद में उसको मालूम पड़ा कि वो बुढ़े अंकल अंधे थे।
तभी बस में जोर शोर से आवाज आने लगी। आकाशने पीछे मुड़कर देखा तो एक तंदुरस्त नौजवान महिला बस कंडक्टर से जगह नहीं मिलने पर झगडा कर रही थी। आकाश के बाजू वाले अंकल अपनी जगह से खड़े हुए और उस महिला को अपनी जगह बैठा दिया।
जब अगला स्टेशन आया तो आकाश ने बस की खिड़की से बहार देखा कि वो अंधे बुढ़े अंकल रास्ता पार करके सामने की ओर जा चुके थे और वही महिला रास्ते की इस और खड़ी वाहनचालकों को रास्ता पर नहीं करने देने के लिए कौंश रही थी। आगे के सारे रास्ते में आकाश यही सोच रहा था कि वास्तवमें अपाहिज़ कौन था ? वो अंधे बुढ़े अंकल या वो तंदुरस्त नौजवान महिला??