इक नई शहर , एक नया मकाम देदे ,
ओ महोबत जीने का, इक बहाना देदे;
तुट जाये भेदभरम की , सारी दिवारे ,
साँस विश्वास दिल में, गज़ब का भर दे;
मिले रंगे नूर, आयना ए दिल अंदाज़,
जिंदगी जीनेका , ऐसा कोई पैगाम देदे;
हसरतों का खुले द्वार , हसीन चहेरों पर,
मुस्काराते फूलों जैसा, एक चहेरा देदे;
धुल जाये सारे , रंज़ ओ गम़ के साये भी ,
रोशन दिल हो, सुनहरी नई इक शहर देदे;