हजारो कटारधारी कट गये मेरी कलम की नोंक से ही,
तो ऐ कटार किस काम की?
मेरी मेहनत ने पैगाम दे दिया मंजिल तक जाने का,
तो ऐ रुकावट किस काम की?
तेरी म्यान में रखी तलवार से ज़्यादा ताकतवर है ऐ मेरी कलम,
क्योंकि कलम ने पैगाम दे दिया तलवार को चलाने का।
#- शून्य से सर्जन -#