कुछ तो खास बात थी उस मैं जो जीवन का इतना बड़ा सबक दे गया । अपना था फिर भी आसू दे गया , उसको लगा कि हम रोएंगे उससे अपने प्यार की भीख मागेगे । पर ऐसा हुआ नहीं , हम गिर कर फिर उठ गए । गिरना उसने सिखाया था और उठना हमने अपना सबक बना लिया । अपने आसुओं को उसकी याद में बहने ना दिया , कोई और भी होगा जो हमारे इं आसुओं को बहने ना देगा ऐसा सोच कर हमने खुशी बना ली । वक़्त बदलता है ऐसा हमने कही पढ़ा था , आज खुद की तकदीर को बदलते देख भी लिया ।