कब क्या हो जाए पता नहीं , कब कौन रूठ जाए पता नहीं । ज़िन्दगी कितनी छोटी है , यह बाद में पता चलता है । जब अपना कोई आपसे रूठ जाए और लाख जतन के बाद भी कोई ना माने । ज़िन्दगी एक रेत की तरह है हाथो से कब छूट जाए कुछ नहीं कह सकते इसलिए वक्त रहते ही सब सही कर लो , अपना अहंकार छोड़ कर अपनो को गले लगा लो ।