हो जाता है कभी कभी मन बावरा है मचल जाता है कभी कभी । अपने लक्ष्य से भटक जाता है कभी कभी । इसका मतलब यह नहीं की उसको उसका लक्ष्य मिलेगा ही नहीं । बस बाज की नजर और चीते जैसी रफ्तार फिर से उसको लक्ष्य को पाने में मदद करेगी । जो खो दिया है वो फिर से मिल जाएगा बस अपने पर भरोसा रखे की आप कुछ भी कर सकते है इस दुनिया में ।