ये नदियों, नाले और पाटी
हमे याद दिलाते गोवा की
ये खटिया, पेन और पाटिल
हमे याद दिलाते है बचपन
वो दिन भी कया दिन थे
जब बचपन मे खेला करते थे
थप्पा और कब्बडी
कया मजा थी गोवा कि
जब हम खुली सडक दौड़ा
करते थे और भर बाजार खेला करते थे।
ना कोई रोकता था ना टोकता था, वो दिन भी कया
दिन थे जब हम खेला करते थे।