# Kavyotsav2
तेरी जिंदगीमे सिवा मेरे कोई और तो नहीं
यह इशक हैतो फिर इश्कपे कोइ जोर तो नहीं
खिंचती चली जा रही हुं बेसाखता तेरी जानिब
तेरे हाथोमे रख दि खुदाने मेरी डोर तो नहीं
मेहशर में जब आया इल्जाम मेरा दिल चुरानेका
आंखे क्यो जूकी है, तेरे दिलमे चोर तो नहीं
अब सन्नाटोसे डर नहीं लगता है मुजेह लोगो
दिल धडकता है मेरा लेकिन कोई शोर तो नहीं
देखते ही तुजेह दिल मेरा नाचने लगता है जैसे
'सपना' तेरे सिनेमे छूपा कोइ मोर तो नही
सपना विजापुरा