"राजपूती गाथा के तन पर स्वाभिमान का जेवर था।
जो मरते दम तक ना जुका वो क्षात्रवंश का तेवर था।"
हिंदुआ सूरज माँ भारती के वीर क्षत्रिय कुल गौरव,स्वाभिमान के प्रतीक,वीरशिरोमणी, भारतवर्ष शालीग्राम महाराणा प्रताप सिंह की जयंती पर कोटि कोटि नमन। ???
जन्मतिथी -: 9 मई 1540
पृण्यतिथी -: 19 जनवरी 1597
रंग रजपूती रची बसी,उगियो सूरज आप।
रातां मै रण खेलतो,परम् वीर परताप।।(१)
कुल री राखण कीर्ति,टुकड़ा कटियो आप ।
बैरयां न घण बाढिया परम् वीर परताप।।(२)
ऊंचो स्वाभिमान रह्यो,ऊंची राखी खाँप।
चेतक राख्यो चाव सूं,परम वीर परताप।।(३)
दृढ़ राख्यो निज धर्म न,झेल्या घणा संताप।
परहित जा बन बस्यो,परम वीर परताप।।(४)
चेतक रण रो सारथी,चेतक लुंठी खाँप।
रण रमता सद चाव सूं,परम् वीर परताप।।(५)
जय महाराणा प्रतापसिंह जी की।???