#KAVYOTSAV 2
मिल-बैठ सुनें ज़रा आओ ,मौसम की आहट
ठण्डे हैं पड़ गए रिश्ते ,भर दें गरमाहट
मौका है चलो दें निकाल ,कटुता की कीलें
आओ यारा एक कप चाय ,साथ-साथ पी लें
फिर से इशारों में खेलें ,प्यार वाला खेल
जो कुछ भी मन में है दबा ,सब कुछ दें उड़ेल
मन से हो मन का संवाद ,होंठों को सी लें
आओ यारा एक कप चाय ,साथ-साथ पी लें
जितने भी हैं शिकवे-गिले ,बिसरायें सारे
होली के आँचल में मिलकर ,टाँक दें सितारे
मस्ती में चूर समा ... जी भर कर जी लें
आओ यारा एक कप चाय, साथ साथ पी लें