वो गया तो ज़िन्दगी से नूर चला गया,
लेकर मेरे जीने का शऊर चला गया...
अब जो बाकी है,वो सिर्फ गुमान है,
हकीकत से वो इतना दूर चला गया..
टुकड़ा टुकड़ा नज़र आती है दुनिया
करके दिल का शीशा चूर चला गया...
बेहिसाब मन्नतों का इल्म था इश्क
अब दिल से रूह का नूर चला गया..
लगती है खोखली अब ख्वाबों की दुनिया
मानो दिल से ख्वाहिशों का गुरूर चला गया..
न जीने की उमंग न मरने का खौफ आशना
इस कदर करके मुझे मज़बूर चला गया..