आज कल लोगों के दिलों में जलन है,
इसलिए तो आज हर जगह इतनी तपन है।
लोगों को दूसरों की तरक़्क़ी बर्दाश्त नही,
इसलिए तो आज भाई भाई में अनबन है।
राग द्वेष ईर्ष्या तो बहुत है इस कलयुग में,
ज़िन्दगी में यही तो एक ही अमलन है।
मान मर्यादा का कोई मोल नही जगत में,
हर गली हर नुक्कड़ बिकता नंगा बदन है।
लोगों से कोई गिले शिकवे नही मुझे दोस्तों,
बदचलन जवानी है पाक तो सिर्फ बचपन है।
✍?"पागल"✍?