बिना पंख घमंड में उड़ता इंसान है,
इसलिए हरदम वो रहता परेशान है।
अपनी गलती छुपाने से कुछ नही होता,
अपनी गलतियों से सीखना आसान है।
दुनिया में यहाँ छोटा बडा कोई कोई नही,
जहाँ में सबसे बड़ा तो एक वो ईशान है।
बदनाम है, अनजान है, बेनाम है दोस्तों,
ग़मों की महफिलों में हमारी भी शान है।
चाहे जहाँ में कही भी घूम फिर ले इंसान,
"पागल" सबका आखरी ठिकाना श्मसान है।
✍?"पागल"✍?