जब नज़र आपकी हो @बेगम साहिबा तो मुझे क्यों डरना..?
अब तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता की मै कैद हूं या रिहा..
अगर आप मुझे बांधकर रखेंगी तो वह आपका अहसास होगा..
अगर आप मुझे गुलाम बनाकर रखेंगी तो वह भी आपके दिल का हुक्म होगा..
मगर मुझे पुरा यकीन है @बेगम की आप मुझ पर कभी आँच तक नहीं आने देंगी..
मुझे तो इस बात की बहुत ही खुशी है की में तो आपके हवाले हूं..! ?