कहीं आप भी तो ऐसा नहीं करती ?
मेरी सहेली मीना अक्सर कमर दर्द से परेशान रहती थी ।मैंने कई बार उससे कहा डॉ को दिखा ले । बोलती दिखा दूँगी टाइम ही नहीं मिलता फिर ये कौन से बड़ी बीमारी है कमर मे दर्द तो औरतो की बीमारी है ।ये तो ज्यादातर औरतों को होता है तू चिंता मत कर दर्द की गोली खा लुंगी ।
मैं भी क्या करती चुप हो जाती वैसे भी ये तो ज्यादातर औरतों की आदत होती है ।हमेशा अपनी बीमारी को नज़र अंदाज़ करती रहती है ।कभी कहेंगी टाइम नहीं है। कभी कहेंगी इन्हें तो मेरी बिलकुल चिंता ही नहीं है ।डॉ पर मुझे दिखाने ही नहीं ले जाते।वैसे चाहे घंटों गप्पे मार सकती हो।सूट - साड़ी खरिदने के लिए सहेली के साथ जा सकती हो लेकिन मजाल क्या जो डॉ के पास अकेली या फिर सहेली के साथ चली जाये।
मीना का भी यही रोना रहता ।मैं हमेशा उसे सावधान करती कि डॉ की सलाह के बिना जादा दिन तक पेनकिलर नहीं लेने चाहिए लेकिन उसको कहा मानना था। वो तो बस अपने मन की करती। पेनकिलर भी उसको आसानी से मिल जाते थे क्योकि उसके पति की मेडिकल की शॉप थी।कुछ दिनों बाद मुझे पता चला मीना की तबियत ज्यादा ख़राब हो गयी थी इसलिए उसे अस्पताल मे भर्ती कराना पड़ा क्योकि कमर दर्द मे लापरवाही करने और रोज रोज पेनकिलर खाने से लिवर मे प्रॉब्लम हो गयी थी और किडनी पर भी इफ़ेक्ट आया था।समय रहते सही इलाज़ मिलने से मीना की जान तो बच गयी थी लेकिन उसकी सेहत को काफी नुकसान पंहुचा था।
दोस्तों ,जाने अनजाने मे हम सभी ऐसी गलती करते है जो बाद मे हमे भारी पड़ती है।कुछ लोगों को आपने देखा होगा जरा सा भी दर्द होने पर तुरंत पेनकिलर ले लेते है ।जोकि किसी भी मायने में सही आदत नहीं है । जबकि कुछ दर्द तो ऐसे होते है जो सिर्फ आराम करने से ही ठीक हो सकते है।अगर लंबे समय तक बिना डॉ की सलाह से पेनकिलर्स का इस्तेमाल किया जाये तो इसके बहुत साइड इफेक्ट्स हो सकते है।इन पेनकिलर्स का लगातार इस्तेमाल कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है ।जैसे पाचन तंत्र में गड़बड़ी ,अस्थमा ,लिवर और गुर्दे की समस्याएं आदि जीवन में यदि एक हज़ार
से ज्यादा पेन किलर का इस्तेमाल किया जाए तो किडनी खराब हो सकती है । किडनी और लिवर में टॉक्सिंस बनने लगता है पेट में से ब्लीडिंग भी हो सकती है ।ब्लड प्रेशर, कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती है इसलिए विशेषज्ञों का भी यह कहना है कि यदि व्यक्ति को लंबा जीवन जीना है तो उसे सीमित संख्या में ही पेन किलर्स का प्रयोग करना चाहिए ।
दर्द को कम करने के लिए या उस से राहत पाने के लिए भरपूर आराम करें। यदि फिर भी आराम ना आये तो आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक दवाइयों का सेवन करें ।जो रोग को देर से ही सही लेकिन स्थाई समाधान देती हैं ।