जब आती है ऎसी बारीश, तब आती है तुम्हारी याद
दिल कहता है जुमलु इस बारिश कि बुद के साथ
हर बुद के साथ तुज में खो जाऊ
तेरे साथ हर बारीश मे भीग जाऊ
जब आती है ऎसी बारीश तब आती है तुम्हारी याद
जब आती है ऎसी ठंडि हवाए तब आती है तुम्हारी याद
दिल कहता है दिल खोलकर जुमलू इसके साथ हिर
न जाने फिर कब आये ऎसी बारीश
......... Hirahir