अपने दिल पर रखकर हाथ,जरा गौरसे सुनना
हर एक धड़कन पर ,में न मीलु तो बता देना,
एक इबादत की तरह चाहा हे तुमको मे ने,
अब मंदिर मे ईश्वर न मिले तो बता देना,
मे खुद को फना करने की हिम्मत रखती हु,सुनना
इश्क और इबादत एक ही पता न मिले बता देना,
मैने 'हिना' बनकर चाहा हे,तुमको सब समझते,
अगर फिरभी रूह का रंग श्याम निकले बता देना
-- हीना रामकबीर हरीयाणी
- Heena Hariyani