एक इलतेजह है मोहब्बत तुझसे
बस कर अब
यूँ अब ज़ुल्म ना ढ़ा ,

तूफ़ाँ है जैसे तू कोई
मैं एक कच्चा मकाँ

-Alone Soul

Hindi Poem by Alone Soul : 111821110
Alone Soul 2 year ago

Aah next level 🔥

अब ला इलाज हो गए है देव बाबू... 2 year ago

कोन है ये मेरी मय्यत पर शफे मातम बिछाए हुवे हो गई हो अदाकरिया तो उठाओ दफनाओं मुझे

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