सावधान
कभी मासूम चेहरे के पीछे छुपा रहता है राज गहरा
कोई भोली भाली हसीना होती है एक विष कन्या
दुश्मनों की भेजी गयी हसीना होती है एक मोहरा
अपने हुस्न ओ अदाओं के जाल बुनकर सुनहरा
बड़ी बड़ी हस्तियों से ले लेती वतन के राज़ गहरा
वतन के लिए खतरा होती है वो जासूस अप्सरा