# नवरात्रि (KAVYOTSAV )
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते शैलपुत्री
त्रिशूल कमल पाणी
नंदी तेरी वाहिनी
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते ब्रह्मचारिणी
रुद्राक्ष कमल पाणी
निज चरण तेरी वाहिनी
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते चंद्रघंटा
चंद्र है तेरे माथा
तेरे हैं दस भुजा
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते कुष्मांडा
तेरा रूप सूक्ष्मा
तू ही है ऊष्मा
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय जय स्कन्दमाता
माते तेरे चतुर्भुजा
कमल तेरे दो भुजा
गोद में तेरे स्कंद
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते कात्यायनी
तू ऋषि कात्यान पुत्री
हस्ते खड्ग धारिणी
शेरा है तेरी वाहिनी
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते कालरात्रि
रासभ तेरी वाहिनी
खड्ग त्रिशूल धारिणी
ललाटे नेत्र धारिणी
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते महागौरी
तू चतुर्भुजा धारिणी
त्रिशूल डमरू धारिणी
श्वेत गज तेरी वाहिनी
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
जय माते सिद्धिदात्री
कमल पुष्प विराजिनि
हस्ते गदा धारिणी
तव शरणं इदानीं
जय माँ शेरा वाली
जय माँ नौ रूपों वाली
तू ही ब्रह्माण्ड की मातृ
तू ही जगत की विधात्री
अहम् काम क्रोध त्रुटि
लोभ लिप्सा दोषादि
त्वमेव मोक्ष प्रदायिनी
नमामि नमामि नमामि भवानि
प्रणमामि प्रणमामि प्रणमामि भवानि
# Navratri