प्रसंग
शुचि प्रसंग श्री राम के, देते हैं संदेश।
जीवन में धारण करें, कभी न आयें क्लेश।।

मानस
मानस अद्भुत ग्रंथ है, शुभ प्रसंग संदेश।
मानव के संकट छटें, प्रगति करे यह देश।।

अनुपम
राम कथा संवाद के, अनुपम सभी प्रसंग।
ज्ञान और वैराग्य का, है रोचक सत्संग।।

विभूति
ज्ञान और विज्ञान में, पारंगत जो लोग।
अपने उसी विभूति से, हरता मानव रोग।।

झील
नदी बावली झील हैं, ईश्वर के वरदान।
इनका संरक्षण करें, मिलता जीवन दान।।

भागीरथी
भागीरथी प्रयास कर, मोदी हुए महान ।
कई समस्या खत्म कर, जीते सीना तान ।।

पाखंडी
पाखंडी धरने लगे, साधु संत का रूप।
पोल खुली जब सामने, मुखड़ा दिखा कुरूप।।

वर्तिका
जली वर्तिका दीप की, बिखरा एक उजास ।
तिमिर भगा मन का सभी, जगी हृदय में आस ।।

कुंजी
श्रम की कुंजी है सही, खुल जाते हैं द्वार ।
कभी न जीवन में मिले, कर्मवीर को हार।।

परिमल
प्रेम रहे मन में सदा, खुलें हृदय के द्वार ।
तन परिमल की महक से, प्रियतम का श्रृंगार।।

उपवास
रोटी नहीं नसीब में, पेट करे उपवास।
हर गरीब का है यही, छोटा सा इतिहास ।।

दस्यु
बाल्मीकि जी दस्यु थे, उपजा जब है ज्ञान ।
रामायण का ग्रंथ रच, बनी सुखद पहचान।।

मनोज कुमार शुक्ल " मनोज "

Hindi Poem by Manoj kumar shukla : 111468511
Manoj kumar shukla 4 year ago

आभार आदरणीय

Manoj kumar shukla 4 year ago

आभार आदरणीय

Manoj kumar shukla 4 year ago

आभार आदरणीय

Manoj kumar shukla 4 year ago

आभार आदरणीय

shekhar kharadi Idriya 4 year ago

अत्यंत सुंदर सृजन शैली..

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