दिल की नीलामी में,
वो हमारे बदन पे कीमत लगाने की रुसवाई कर बैठे।
तल्ख़ कर दी हमारी ज़िन्दगी,
और खुद की ज़िन्दगी को मेहरबान कर बैठे।।

kru...📝

#कीमती

Hindi Shayri by Dr.Krupali Meghani : 111462903
Gaurang 4 year ago

किस गलती की सज़ा दी आपने, कीमत लगा दी भरे बाज़ार में, बदनाम ना हो आपका नाम इस लिए खुद को मिटा लिया हमने जलती आग में,

Dr.Krupali Meghani 4 year ago

Thank you all of U 😊😊😊😊

Nish 4 year ago

Bahot badhiya..

The best sellers write on Matrubharti, do you?

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