"जिस समाज मे औरतो के सशक्तिकरण की बात की जाती है , वहीं जरा सी सफलता मिलते ही ,उनमे चारित्रिक दोष लगा गिराया जाता है | या फिर यह कह कर कि वह महिला है ,इसलिए वह सफल हुई |अप्रत्यक्ष रूप से उसकी क्षमताओं ,उसके चरित्र को शशंकित करना, उसपर हम बेहतर और मजबूत समाज की कल्पना करते है , एक आधी आबदी के साथ दुर्व्यवहार कर हम कहाँतक सफल होंगे ?"
#शक्तिमान
-- Ruchi Dixit
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