#मुलाक़ात

तेरी मुलाकात का वो जमाना याद है
छुप -छुप कर इश्क़ फरमाना याद है
बीत गए कुछ अरसे तुमसे मुलाकात के वो साखी,
आज भी तेरा चेहरा छुपाकर मुस्कराना याद है।।।

Hindi Shayri by Vijay Kumar Gore Aryan : 111395274

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